दिनाँक 11/03/2023, शनिवार चतुर्थी, कृष्ण पक्ष,चैत्र समाप्ति काल

तिथि चतुर्थी 22:05:12 तक
पक्ष कृष्ण
नक्षत्र 07:09:59
योग ध्रुव 19:49:34
करण बव 09:56:53
करण बालव 22:05:12
वार शनिवार
माह चैत्र
चन्द्र राशि कन्या 18:35:564
चन्द्र राशि तुला
सूर्य राशि कुम्भ
रितु वसंत
आयन उत्तरायण
संवत्सर नल
विक्रम संवत 2079
शक संवत 1944
सूर्योदय 06:34:53
सूर्यास्त 18:24:01
दिन काल 11:49:07
रात्री काल 12:09:46
चंद्रोदय 21:59:40
चंद्रास्त 08:38:20

लग्न—–कुम्भ 25°1′ , 325°1′

सूर्य नक्षत्र पूर्वा भाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र चित्रा
नक्षत्र पाया रजत

🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩

री चित्रा 07:09:59
रू स्वाति 13:24:40
रे स्वाति 19:37:45
रो स्वाति 25:49:11

💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮

सूर्य कुम्भ 26 : 29 पू o भा o , 2 सो
चन्द्र तुला 06°:23, चित्रा , 4 री
बुध कुम्भ 20°: 34′ पूoभाo’ 1 से
शुक्र मीन 28 °05, रेवती ‘ 4 ची
मंगल वृषभ 29°30 ‘ मृगशिरा’ 2 वो
गुरु मीन 19°30 ‘ रेवती , 1 दे
शनि कुम्भ 05°53 ‘ धनिष्ठा ‘ 4 गे
राहू (व) मेष 12°30 अश्विनी , 4 ला
केतु (व) तुला 12°30 स्वाति , 2 रे

🚩💮 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩

राहू काल 09:32 – 11:01 अशुभ
यम घंटा 13:58 – 15:27 अशुभ
गुली काल 06:35 – 08: 04 अशुभ
अभिजित 12:06 – 12:53 शुभ
दूर मुहूर्त 08:09 – 08:57 अशुभ
वर्ज्यम 12:59 – 14:39 अशुभ

💮चोघडिया, दिन

काल 06:35 – 08:04 अशुभ
शुभ 08:04 – 09:32 शुभ
रोग 09:32 – 11:01 अशुभ
उद्वेग 11:01 – 12:29 अशुभ
चर 12:29 – 13:58 शुभ
लाभ 13:58 – 15:27 शुभ
अमृत 15:27 – 16:55 शुभ
काल 16:55 – 18:24 अशुभ

🚩चोघडिया, रात

लाभ 18:24 – 19:55 शुभ
उद्वेग 19:55 – 21:26 अशुभ
शुभ 21:26 – 22:58 शुभ
अमृत 22:58 – 24:29* शुभ
चर 24:29 – 26:00 शुभ
रोग 26:00 – 27:31 अशुभ
काल 27:31 – 29:03 अशुभ
लाभ 29:03 – 30:34 शुभ

🚩होरा, दिन

शनि 06:35 – 07:34
बृहस्पति 07:34 – 08:33
मंगल 08:33 – 09:32
सूर्य 09:32 – 10:31
शुक्र 10:31 – 11:30
बुध 11:30 – 12:29
चन्द्र 12:29 – 13:29
शनि 13:29 – 14:28
बृहस्पति 14:28 – 15:27
मंगल 15:27 – 16:26
सूर्य 16:26 – 17:25
शुक्र 17:25 – 18:24

🚩होरा, रात

बुध 18:24 – 19:25
चन्द्र 19:25 – 20:26
शनि 20:26 – 21:26
बृहस्पति 21:26 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:28
सूर्य 23:28 – 24:29
शुक्र 24:29* – 25:30
बुध 25:30* – 26:31
चन्द्र 26:31* – 27:31
शनि 27:31* – 28:32
बृहस्पति 28:32* – 29:33
मंगल 29:33* – 30:34

🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩

कुम्भ 04: 10 से 06:30 तक
मीन 06:30 से 07:42 तक
मेष 07:42 से 09:12 तक
वृषभ 09:12 से 11:14 तक
मिथुन 11:14 से 14:00 तक
कर्क 14:00 से 16:44 तक
सिंह 16:44 से 18:02 तक
कन्या 18:02 से 21:08 तक
तुला 21:08 से 23:44 तक
वृश्चिक 23:44 से 00:44 तक
धनु 00:44 से 02: 46 तक
मकर 02:46 से 04: 00 तक

🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार (लगभग-वास्तविक समय के समीप)

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

💮दिशा शूल ज्ञान———–पश्चिम

परिहार-:आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:

शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

🚩 अग्नि वास ज्ञान -:

यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

15 + 4 + 7 + 1 = 27 ÷ 4 = 3 शेष
स्वर्ग लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
मंगल ग्रह मुखहुति

💮 शिव वास एवं फल -:

19 + 19 + 5 = 43 ÷ 7 = 1 शेष
कैलाश वास = शुभ कारक

🚩भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

विशेष जानकारी

चतुर्थी व्रत चन्द्रोदय रात्रि 21:59
सर्वार्थ सिद्धि योग 7:10 से
द्वितीय शनिवार