आपके हाथ के नाखून और नाखूनों का स्वास्थ्य पर प्रभाव:-
नाखूनों से मनुष्य की शारीरिक और मानसिक शक्तियों का जितना पता चलता है। उतना हाथ के किसी भाग से नहीं चलता। हस्त सामुद्रिक जानने वाले और डॉक्टर आदि नाखूनों से मनुष्य की प्रकृति तथा उसके स्वास्थ्य का बहुत कुछ पता लगा लेते हैं। या यूं भी कह सकते हैं कि नाखून यह बतला सकते हैं कि इस मनुष्य को आगे चलकर कौन सा रोग रहेगा।
नाखून 4 तरह के होते हैं
1 लंबे
2 छोटे
3 चौड़े
4 तंग
नाखूनों का स्वास्थ्य पर प्रभाव
1 यदि नाखून लंबे हो तो मनुष्य को सीना और फेफड़े की कमजोरी रहती है और शरीर भी बलवान नहीं होता।
2 यदि नाखून का सेहरा एक कौर से दूसरी कौर तक अंगुली की ओर मुड़ा हुआ हो तो कमजोरी अधिक होती है।
3 और नाखून बहुत लंबे हो और उनमें रेखाएं पड़ी हो तो शरीर और भी अधिक कमजोर होगा और उसके वंश में या उसे फेफड़े संबंधी रोग अवश्य किसी न किसी रूप में पाया जाएगा।
4 यदि नाखून कुछ छोटे और छोटे से हो तो मनुष्य को सीट जमा या गले के रोग हो जाते हैं।
5 यदि नाखून में चंद्राकार ( नाखून के नीचे का सफेद भाग) हो तो मनुष्य का ह्रदय रोग और रुधिर की गति ठीक न होने की शिकायत रहती है यह लक्षण प्राय है उनके वंश भर में पाया जाता है। पतले और नीचे की ओर चपटे और बिना चंद्र वाले ना कौन सबसे बुरे माने जाते हैं।
6 और यदि नाखून लंबे सिर पर छोड़े और नीचे की ओर अधिक नीले हो तो ह्रदय की गति और खून की चाल ठीक नहीं होती। नाखून लंबा चौड़ा कैसा भी हो यदि उसमें चंद्र काटने हो तो ह्रदय अवश्य कमजोर होता है और ऐसे मनुष्य की मौत भी कभी-कभी रिलाई की गति रुक जाने से ही होती है। चंद्राकार जितना बड़ा होगा ह्रदय और रुधिर की गति भी उतनी ही प्रबल और तेज होगी।
नोट -: जिनके नाखूनों में चंद्र कार बड़े हो उनको नशीली और ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिससे उनके रक्त में उत्तेजना उत्पन्न होने का डर हो अन्यथा मूर्छा मिर्गी पक्षाघात या ह्रदय रोग शर्तिया पैदा हो जाएंगे।
7 यदि नाखून छोटे अधिक चपटे और मांस में गड़े हो तो सोनवाद या लकवा का डर बना रहता है यही सीपी अकोढ़ी के आकार वाले सिर पर उठे हुए या मुड़े हुए नाखून का होता है यदि ऐसे नाखून नीले रंग के हो तो प्रभाव विशेष भयंकर होता है।
नोट -: यह आवश्यक नहीं कि उपरोक्त लक्षणों के कारण तत्व संबंधी रोग अवश्य ही उत्पन्न हो जाते हैं। वरन यह समझना चाहिए कि उन लोगों में तक संबंधी रोगों का खानदानी बीच सूक्ष्म रूप से मौजूद है और ए सावधानी से उभर सकता है। यदि इन लक्षणों के साथ कोई दूसरे उत्तम योग पड़ जाए तो इनका प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ जाना कोई जरूरी बात नहीं है। बात असल यह है कि लंबे और तंग नाखून कमर की कमजोरी साबित करते हैं। इसी तरह लंबे ऊंचे और अधिक मुड़े हुए नाखूनों में रेड की कमजोरी सिद्ध होती है। यदि नाखूनों पर सफेद दाग हो तो स्नायु भाग कमजोर होता है। यदि हाथ पतला और रेखाएं कुछ कम से दिखाई देती हो तो इसी रोग का लक्षण समझना चाहिए।
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ज्योतिषाचार्य डॉ विष्णु तिवारी