2019 में संसार को कोरोना महामारी ने घेर लिया था जिससे पूरे संसार को मजबूरन घर में कैद हो जाना पड़ा था। संसार का कोई ऐसा राष्ट्र नहीं था जो इस महामारी से बचा हो। कोरोना की वजह से हर देश ने आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता का सामना किया था । कोरोना की वजह से बहुत से लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी और अनेको लोगों ने अपने रिश्तेदारों व दोस्तों को खो दिया था । हर किसी ने इस समय में मुशीबत का सामना किया था । हर किसी ने जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास किया था। और धीरे-धीरे पूरी दुनिया पटरी पर लौट रही थी।

अब एक बार पुनः दुनिया पर इस महामारी का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे कठिन समय मे ज्योतिष साधना आपका साथी बनकर आगे आया है। इस विशेष लेख के माध्यम से हम आपके लिए कुछ ऐसे मंत्र लेकर आए हैं जो आपके दिल, दिमाग और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद आपकी करेंगे। इन मंत्रों के उच्चारण से सिर्फ आपको ही नहीं बल्कि आपके आस-पास के जन समूह को भी इनसे मदद मिलेगी। इसलिए आप इन शक्तिशाली मंत्रों को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाएं और अपने जीवन की शक्ति को बेहतर बनाएं।

मंत्रों में होती हैं अनेको अपार शक्ति!
पवित्र शब्दों के संयोजन से एक मंत्र की रचना अक्सर होती है। कई सारे पुराने मंत्र संस्कृत और पाली भाषा में ही लिखे हुए हैं। इन मंत्रों के उच्चारण से शरीर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और आसपास का वातावरण भी शुद्ध हो जाता है। नित्य मंत्रों का उच्चारण करने से आपकी मानसिक स्थिति काफ़ी अच्छी होती है और आपके आसपास उपस्थित नकारात्मक ऊर्जा भी नष्ट होती है। प्राचीन वैदिक शास्त्रों में अधिकतर मंत्रों का वर्णन मिलता है जिन्हें अलग-अलग धर्मों ने अलग-अलग भाषाओं में अपनाया हुआ हैं। तो आइए जाने इन मंत्रो के बारे मे..

श्री माता दुर्गा

हिंदू धर्म में दुर्गा मां का स्थान शक्तिशाली देवी के रूप में माना जाता है जो शक्ति, ताकत, और बुराई के अंत को दिखलाती हैं। मां दुर्गाजी बहुतसे अस्त्र-शस्त्र से सुसज्जित हैं। पौराणिक कथाओं में हमें कई ऐसी घटनाओं का वर्णन मिलता है जिससे पता चलता है कि मां दुर्गा का अवतार सृष्टि का समायोजन बनाए रखने के लिए ही हुआ था।

सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके ।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोस्तुते ।।

ॐ सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्यः सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ॐ ।।

श्री हनुमान जी महाराज

हिंदू धर्म में बजरंगबली जी को अत्यधिक शक्तिशाली देवता माना गया है और इन्हें भगवान राम का सबसे बड़ा भक्त भी माना जाता है। इनके बारे में हिंदू धर्म में कई कथाओं का वर्णन मिलता है जिससे उनकी शक्तियों के बारे में उल्लेख मिलता है। हर प्रकार के डर से मुक्ति और साहस प्राप्ति के लिए हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती हैं।

हनुमान जी के लिए शक्तिशाली मंत्र

ॐ हनुमते नमः
ॐ ऐं भ्रीम हनुमते,
श्री राम दूताय नम:

ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।
तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्।।

विष्णु भगवान

विष्णु जी को सृष्टि का रचयिता और पालनकर्ता माना गया है। इनके मंत्र..

मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥

ॐ नमोः नारायणाय॥
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥

माता गायत्री देवी

सामवेद, ऋग्वेद और यजुर्वेद में जिनके मंत्रों का वर्णन है और इनके मंत्रों को सबसे पवित्र माना जाता हैं। गायत्री माता बुद्धि और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करती हैं। इनके मंत्रों के उच्चारण से आपको सफलता निश्चित ही प्राप्त होती है।

ॐ भूर्भुव: स्वः | तत्सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि | धियो यो न: प्रचोदयात् ||


शिव भगवान

महादेव को विनाश का देवता भी माना गया है। इसके अलावा, भगवान शिव के अलग-अलग रूप हैं जैसे एक योगी, एक नर्तक और त्रिनेत्र वाले, जिनकी तीसरी आंख खुलने से सर्वनाश हो सकता है। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आप इन मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं।

शिव व गायत्री मंत्र

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात् नमो नमः।
ॐ नमो: भगवते रुद्राय
ॐ ह्रौं जूँ सः मम पालय पालय स: जूँ ह्रौं ॐ
बीज मंत्र: ।।ह्रौं।।

भगवान श्री धन्वंतरि

भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के देवता के रूप में देखा जाता है,इनके कुछ शक्तिशाली मंत्र इस प्रकार हैं:

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय धन्वन्त्रये
अमृतकलश हस्ताय सर्वामय विनाशनाय

त्रैलोक्यनाथाय श्री महाविष्णवे नमः ||

ॐ वासुदेवाय विद्महे सुधा हस्ताय धीमहि तन्नो धन्वन्तरि प्रचोदयात् ।
ॐ धं धन्वन्तरये नमः ।

मंत्रों के उच्चारण का सही फल तभी प्राप्त हो सकता है, जब आप हर एक शब्द का उच्चारण सही ढंग से करें। हालांकि, इसके लिए आप विद्वान ज्योतिषी डॉ विष्णु शास्त्री से फोन पर बात कर सकते हैं, ताकि आप इन मंत्रों का सही उच्चारण कर सकें।
और जीवन को स्वस्थ व उन्नत बना सके।

ज्योतिष साधना

ज्योतिषाचार्य डॉ विष्णु शास्त्री